
Eid-ul-Adha, जिसे आमतौर पर बकरीद या बकरा ईद भी कहा जाता है, इस्लाम धर्म का एक प्रमुख त्योहार है जो हर साल धुल हिज्जा (हज का महीना) महीने की 10वीं तारीख को मनाया जाता है। यह दिन पैगंबर इब्राहिम की आस्था और बलिदान की याद में मनाया जाता है, जब उन्होंने अल्लाह के आदेश पर अपने बेटे को कुर्बानी देने की तैयारी की थी।
ईद-उल-अद्’हा – जिसका मतलब क़ुरबानी की ईद इस्लाम धर्म में विश्वास करने वाले लोगों का एक प्रमुख त्यौहार है। रमजान के पवित्र महीने की समाप्ति के लगभग 70 दिनों बाद इसे मनाया जाता है।
बकरीद 2025 कब है?
ईद की तारीख हर साल चंद्रमा के दर्शन पर निर्भर करती है।
भारत में बकरीद 2025 में शनिवार, 7 जून को मनाई जाएगी, जबकि सऊदी अरब, यूएई, ओमान और इंडोनेशिया में यह 6 जून 2025 को मनाई जाएगी।
बैंक और ऑफिस की छुट्टियाँ
6 जून, शुक्रवार: तिरुवनंतपुरम और कोच्चि में बैंक बंद रहेंगे।
7 जून, शनिवार: भारत के अधिकतर हिस्सों में बैंकों में छुट्टी होगी।
Eid-ul-Adha: हालांकि, अहमदाबाद, गंगटोक, ईटानगर, कोच्चि और तिरुवनंतपुरम में बैंक खुले रहेंगे क्योंकि यह महीने का पहला शनिवार है।
बकरीद की रस्में और परंपराएँ
दिन की शुरुआत होती है ईद की नमाज़ से, जो मस्जिदों या खुले मैदानों में अदा की जाती है।
इसके बाद होती है “कुर्बानी”, जिसमें बकरी, भेड़ या बैल की बलि दी जाती है।
कुर्बानी का मांस तीन हिस्सों में बांटा जाता है: एक हिस्सा गरीबों को, एक रिश्तेदारों को और एक खुद के लिए।
स्कूल और कॉलेज की स्थिति
देशभर के स्कूल, कॉलेज और सरकारी ऑफिस में 7 जून, 2025 को छुट्टी रहने की संभावना है।
यह छुट्टी मून साइटिंग पर निर्भर करेगी, जैसा कि सरकारी आदेशों में उल्लेख किया गया है।
स्टॉक मार्केट का हाल
दिलचस्प बात यह है कि NSE और BSE की हॉलिडे लिस्ट के अनुसार, 6 और 7 जून दोनों दिन शेयर बाजार खुले रहेंगे। यानी बकरीद पर ट्रेडिंग बंद नहीं होगी।
ईद का महत्व
Eid-ul-Adha हमें सिखाता है:
विश्वास और समर्पण की ताकत
त्याग और सेवा का महत्व
समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देना
Eid-ul-Adha Wishes in Hindi:
ईद मुबारक!
खुदा की रहमत आप पर और आपके परिवार पर हमेशा बनी रहे।
बकरीद की ढेर सारी शुभकामनाएं!आपका हर दिन ईद जैसा हो,
हर रात चाँदनी सी हो,
और हर दुआ में बरकत हो।
Eid Mubarak!बकरीद पर आपकी ज़िंदगी में
ख़ुशियाँ और अमन का उजाला फैले।
ईद अल-अधा की हार्दिक शुभकामनाएँ!कुर्बानी की ये ईद
आपके जीवन में समर्पण, सेवा और प्रेम भर दे।
बकरीद मुबारक!
निष्कर्ष:
Eid-ul-Adha 2025 न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि यह सामाजिक ज़िम्मेदारी, करुणा और परोपकार का भी संदेश देता है। चाहे आप त्योहार की तैयारी कर रहे हों या यात्रा की योजना बना रहे हों, यह जानकारी आपके लिए उपयोगी हो सकती है।