
भारत सरकार ने देश की आपातकालीन तैयारियों को मजबूत करने के लिए एक बार फिर से एक mock drill आयोजित करने का निर्णय लिया है। यह अभ्यास 29 मई, गुरुवार को शाम 5 बजे से गुजरात, पंजाब, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और हरियाणा जैसे राज्यों में किया जाएगा। यह mock drill भारत की सुरक्षा प्रणाली को टेस्ट करने और युद्ध जैसे हालातों में आम नागरिकों तथा एजेंसियों की प्रतिक्रिया को परखने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
क्यों हो रही है यह mock drill?
यह mock drill उस आतंकवादी हमले के बाद हो रही है जिसमें जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को एक आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए थे। इसके जवाब में भारत ने 6-7 मई की रात को “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकियों के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी।
इसी दिन भारत सरकार ने पूरे देश में एक राष्ट्रीय स्तर की सुरक्षा ड्रिल “ऑपरेशन अभ्यास” भी आयोजित की थी, जिसमें 244 जिलों में एक साथ अभ्यास किए गए। अब सीमावर्ती राज्यों में यह विशेष mock drill युद्ध जैसी परिस्थितियों के अनुसार सुरक्षा तैयारियों को परखने के लिए की जा रही है।
ड्रिल के मुख्य बिंदु
इस अभ्यास के दौरान कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा:
1. Air Raid Siren Test
एयर रेड चेतावनी सिस्टम की जांच की जाएगी। जैसे ही सायरन बजेगा, सभी नागरिकों को निर्देशानुसार ब्लैकआउट करना होगा।
2. Blackout Procedure
सभी रोशनी के स्रोत जैसे टेलीविजन, मोबाइल, बल्ब आदि बंद करने होंगे। विंडो के पास टॉर्च या कैंडल नहीं जलाना चाहिए। यह प्रक्रिया एयर अटैक से बचाव के लिए अहम होती है।
3. बंकर और सुरक्षित स्थानों की तैयारी
सीमावर्ती इलाकों में सामुदायिक बंकर बनाए जा रहे हैं। छात्र और नागरिकों को बंकर तक पहुंचने की ड्रिल करवाई जाएगी।
4. Important Installations की सुरक्षा
अस्पताल, सैन्य ठिकाने और अन्य संवेदनशील संस्थानों की सुरक्षा और इनकी छिपाव तकनीक (camouflage) पर विशेष ध्यान रहेगा।
5. Civilians की भागीदारी
छात्रों, अस्पताल कर्मियों और आम नागरिकों को ड्रिल में भाग लेने और स्वयं को प्रशिक्षित करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
6. Emergency Kit का महत्व
हर परिवार को एक इमरजेंसी किट तैयार रखने की सलाह दी गई है जिसमें टॉर्च, अतिरिक्त बैटरियां, पानी की बोतलें, फर्स्ट-एड किट और कुछ सूखा भोजन शामिल हो।
नागरिकों के लिए निर्देश
ड्रिल के समय घर के बाहर न निकलें।
मोबाइल या कैमरे से फोटो या वीडियो ना बनाएं।
सोशल मीडिया पर कोई संवेदनशील जानकारी साझा न करें।
प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के निर्देशों का पालन करें।
घबराएं नहीं, शांतिपूर्वक स्थिति का सामना करें।
#BREAKING: गुजरात, पंजाब, राजस्थान, जम्मू कश्मीर में होगी मॉक ड्रिल#mockdrill pic.twitter.com/bZvLLLYVGq
— NDTV India (@ndtvindia) May 28, 2025
निष्कर्ष
भारत की सीमाएं जिस प्रकार से चुनौतियों का सामना कर रही हैं, उस स्थिति में इस तरह की mock drill बेहद जरूरी हो जाती हैं। यह न सिर्फ सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता को जांचने का माध्यम है, बल्कि आम नागरिकों को आपातकालीन परिस्थितियों में सही व्यवहार सिखाने का एक अभ्यास भी है।