
उत्तर प्रदेश में मौसम की मार एक बार फिर जानलेवा साबित हुई है। बीते शनिवार रात से लेकर रविवार सुबह तक, प्रदेश के कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं सामने आईं, जिनमें कुल 9 लोगों की मौत हो गई। सबसे अधिक प्रभावित जिलों में प्रयागराज, सिद्धार्थनगर और संभल शामिल हैं।
इनमें प्रयागराज में एक ही परिवार के चार सदस्य, सिद्धार्थनगर में अलग-अलग स्थानों पर चार लोग और संभल में एक किशोरी की दर्दनाक मौत हुई है। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में मातम छा गया है।
सिद्धार्थनगर में बिजली गिरने से चार की मौत
सिद्धार्थनगर जिले की बांसी तहसील में तीन अलग-अलग जगहों पर आकाशीय बिजली गिरने से चार लोगों की जान चली गई। शनिवार दोपहर बाद बारिश शुरू हुई, जिसके साथ तेज गरज और बिजली चमक रही थी। इन्हीं बिजली की चपेट में आकर चार लोगों की मौत हो गई।
तहसीलदार श्रीवास्तव ने बताया कि शासन स्तर से मृतकों के परिजनों को अनुमन्य मुआवजा राशि जल्द ही उपलब्ध कराई जाएगी। घटना की जांच और अन्य कानूनी प्रक्रियाएं जारी हैं।
प्रयागराज में एक ही परिवार उजड़ गया
इससे भी अधिक दर्दनाक हादसा प्रयागराज के बारा तहसील के सोनबरसा गांव में हुआ, जहां रात करीब 2 बजे तेज आंधी और बारिश के साथ बिजली एक कच्चे मकान पर गिरी। उस समय घर के भीतर रामसेवक (32), उनकी पत्नी सुनीता देवी (28), और दो बेटियां राधिका (5) व काजल (3) सो रही थीं।
बिजली गिरते ही मकान में आग लग गई और चारों लोग बुरी तरह झुलस गए। ग्रामीणों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
घटना के बाद गांव में मातम छा गया है। प्रशासन ने मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं और परिजनों को राहत राशि प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
संभल में खेत में गिरी बिजली, किशोरी की मौत
संभल जिले के रजपुरा थाना क्षेत्र के मौलनपुर गांव में भी बिजली गिरने से एक किशोरी की मौत और दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब परिवार के लोग खेत में मैंथा की फसल काट रहे थे। बारिश शुरू होने पर सभी मचान पर जाकर बैठ गए, तभी बिजली खेत में गिरी।
16 वर्षीय रतनेश, मौके पर ही दम तोड़ दी, जबकि उनके भाई राजेश और भाभी किशनवती झुलस गए। घायल महिला को गंभीर हालत में अलीगढ़ रेफर किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया दुख
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन घटनाओं पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने निर्देश दिया है कि मृतकों के परिजनों को तत्काल अनुमन्य राहत राशि प्रदान की जाए और घायलों का समुचित इलाज कराया जाए।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि “यह एक दुखद और हृदय विदारक घटना है। राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है।”
सावधानी और जागरूकता ज़रूरी
बारिश के मौसम में बिजली गिरने की घटनाएं सामान्य हो जाती हैं, लेकिन सावधानी बरत कर इनसे बचा जा सकता है:
खुले मैदान या खेत में होने पर तुरंत पक्के मकान में शरण लें।
मोबाइल, धातु की वस्तुएं या पेड़ों के नीचे खड़ा होना खतरनाक हो सकता है।
आसमान में बिजली की गर्जना हो रही हो तो खुले में काम बंद करें।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने से हुई मौतें हमें यह याद दिलाती हैं कि प्राकृतिक आपदाएं कितनी भी सामान्य लगें, जानलेवा साबित हो सकती हैं। यह ज़रूरी है कि मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लिया जाए और प्रशासनिक स्तर पर आपात तैयारियों को बेहतर किया जाए।
सरकार द्वारा राहत की घोषणाएं निश्चित ही सराहनीय हैं, लेकिन ज़रूरत इस बात की है कि लोगों को समय पर चेतावनी और सुरक्षा उपायों की जानकारी दी जाए, ताकि ऐसी घटनाएं दोहराई न जा सकें।
🔴 #BREAKING | यूपी : बीते 24 घंटों में बिजली गिरने से 23 मौत pic.twitter.com/38jN6HlRRs
— NDTV India (@ndtvindia) June 15, 2025
Disclaimer: यह लेख विभिन्न समाचार स्रोतों और प्रशासनिक रिपोर्ट्स पर आधारित है। तथ्यों में कोई भी बदलाव संभव है, कृपया आधिकारिक जानकारी के लिए संबंधित सरकारी वेबसाइट या जिला प्रशासन से पुष्टि करें। यह लेख केवल जागरूकता और सूचना के उद्देश्य से लिखा गया है।
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